बड़नगर। शासकीय महाविद्यालय में पीएम उषा परियोजना एवं उच्च शिक्षा विभाग के तत्वावधान में उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ के सहयोग से 26 एवं 27 दिसंबर को दो दिवसीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का समन्वय उद्यमिता विकास प्रकोष्ठ के कोआॅर्डिनेटर श्री अश्विनी शर्मा द्वारा किया गया। कार्यशाला में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र के दो विशिष्ट विशेषज्ञ हेमांग शर्मा (यस टेक्नोलॉजी, इंदौर) एवं श सौम्य जैन (उद्यमिता विकास विभाग) ने सहभागिता करते हुए महाविद्यालय के 65 विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता की अवधारणाओं, उपयोगों एवं संभावनाओं से अवगत कराया। कार्यक्रम का संपादन पीएम उषा प्रभारी मोहित नागर (सहायक प्राध्यापक, इतिहास) के मार्गदर्शन, कार्यक्रम संयोजक लोकेंद्र ओझा (प्राध्यापक, रसायन विज्ञान) के नेतृत्व एवं संजय जोहराम (प्राध्यापक, कंप्यूटर विज्ञान) के सहयोग से संपन्न हुआ।कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. किरण मंडलोई ने शिक्षण, अनुसंधान एवं नवाचार में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभावी प्रयोग पर बल दिया। समापन सत्र में प्राचार्य सुनील उदिवाल ने विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता के नैतिक एवं जिम्मेदार उपयोग के महत्व को रेखांकित किया। कार्यशाला विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक एवं कौशल विकास की दृष्टि से उपयोगी सिद्ध हुई।
महाविद्यालय में दो दिवसीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता कार्यशाला का आयोजन
